1971 में इसके प्रारंभ से ही डुंडीगल में स्थित वायुसेना अकादमी (एएफए) भारतीय वायुसेना के उत्कृष्ट प्रशिक्षण संस्थान के रूप में उच्च प्रतिष्ठा स्थापित की है। यहां हैदराबाद से 43 किमी दूर स्थित है।
वायुसेना अकादमी उड़ान, ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी तथा गैर तकनीकी) शाखाओं को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ सेना और नौसेना के अफसरों को उड़ान प्रशिक्षण देती है। यह आपको मानस और चेतना दोनों से वायुसेना अफसर की जिम्मेवारी लेने के लिए तैयार करता है। अपेक्षित कौशल विकसित करने के अतिरिक्त आपको सैन्य आचार संहिता को आत्मसात करने तथा एक अफसर से अपेक्षित शिष्टाचार का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। पाठ्यक्रम में तकनीकों का वैविध्य जैसे प्रोजेक्ट, केस अध्ययन, ऑन जॉब प्रशिक्षण, प्रेजेंटेशन, चर्चा, पुस्तक समीक्षा, अतिथि व्याख्यान, लोकवार्ता, ड्रिल, खेल-कूद, तैराकी, आयुध प्रशिक्षण, योग, फील्ड क्राफ्ट प्रशिक्षण एवं सांस्कृतिक गतिविधि सम्मिलित है जो आधारभूत जानकारी बढ़ाने के साथ-साथ कुल मिलाकर प्रशिक्षुओं को एक सज्जन अफसर के रूप में तैयार कराना सुनिश्चित करता है।
एएफए में निम्नलिखित प्रकार के प्रशिक्षण संचालित किए जाते हैः-
संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण
एकता का ध्येय, समान प्रयासों से मिशन की समझ, अंतर शाखा मित्रता एवं अन्य शाखाओं के प्रकार्यों की समझ सैन्य प्रशिक्षण की मुख्य जरूरत है। इसे आरंभिक चरण के संयुक्त प्रशिक्षण से हासिल किया जाता है जिसमें सभी शाखाओं के कैडेट को सामान्य प्रशासन, प्रबंधन, संभारिकी इंजीनियरी नेतृत्व आदि जैसे मूल मामलों को कवर करने वाले विषयों पर समान प्रशिक्षण दिया जाता है।
उड़ान प्रशिक्षण
यदि आप उड़ान शाखा में सम्मिलित होते हैं तो प्रशिक्षण चरण-I, II तथा III में विभाजित होता है। प्रत्येक चरण धीरे-धीरे वैमानिकी के मूल विषय से अधिक जटिल स्तर तक बढ़ती जाती है।
उड़ान प्रशिक्षण शुरू होने से पहले आपको पहले ट्रेनर विमान पर तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें सैद्धांतिक समझ प्रदान करना और फिर विमान की सभी प्रणालियों पर एक व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल है। आपको विमानन चिकित्सा में एक कार्यक्रम भी करना होगा। एक पूर्ण चिकित्सा परीक्षा के अलावा, आप योग की मदद से एयरसिकनेस को रोकने / दूर करने के लिए एक डी-सेंसिटाइजेशन प्रोग्राम से गुजरते हैं। कार्यक्रम में उच्च ऊंचाई वाले सिम्युलेटर में व्यावहारिक प्रदर्शन भी शामिल हैं।
पायलट प्रशिक्षणार्थियों को उड़ान प्रशिक्षण राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, राष्ट्रीय कैडेट कोर या सीधा विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया जाता है। एन डी ए कैडेटों को छोड़कर प्रशिक्षणार्थियों को पहले पूर्व-उड़ान प्रशिक्षण के लिए चरण-I प्रशिक्षण प्रारंभ होने से पूर्व छः माह के लिए एएफए भेजा जाएगा। वायुसेना अकादमी में 24 सप्ताह के चरण-I प्रशिक्षण के पूरा होने के बाद, पायलट प्रशिक्षणार्थियों को तीन शाखाओं लड़ाकू, परिवहन और हेलिकॉप्टर शाखाओं में बांट दिया जाएगा। उसके बाद वे अपनी संबद्ध उड़ान प्रशिक्षण संस्थापनाओं में 24 सप्ताह के चरण –II में प्रशिक्षणाधीन रहेंगे। चरण –II प्रशिक्षण के बाद, सफल पायलट प्रशिक्षणार्थी अफसर के रूप में पर कमीशन प्रदान किया जाएगा तथा चरण-III प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। चरण-III प्रशिक्षण के बाद, वे निर्धारित किए गए स्क्वाड्रन/यूनिट पर संक्रियात्मक उड़ान शुरू करते हैं।
ग्राउंड ड्यूटी अफसर प्रशिक्षण
वायुसेना अकादमी भारतीय वायु सेना की शाखाओं की सभी ग्रांउड ड्यूटी (गैर-तकनीकी) के लिए विशेष प्रशिक्षण का संचालन करती है। यदि आपने प्रशासनिक, संभारिकी, लेखा, शिक्षा या मौसम विज्ञान शाखा में भर्ती हुए हैं , तो आपको एक वर्ष के लिए वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का लक्ष्य प्रशिक्षुओं को शाखा विशेष के व्यावसायिक विषय से परिचित कराना है तथा उन्हें कठोर सैन्य प्रशिक्षण के माध्यम से करियर में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करना है। ग्राउंड ड्यूटी(तकनीकी) शाखा प्रशिक्षणार्थियों का 22 सप्ताह का प्रारंभिक प्रशिक्षण अकादमी में ही होता है। इसमें सामान्य सर्विस प्रशिक्षण और सैन्य प्रशिक्षण शामिल है।
वायु यातायात नियंत्रण अफसर प्रशिक्षण
वायु यातायात नियंत्रण कोर्स का प्रशिक्षण वायु यातायात अफसर प्रशिक्षण संस्थापना (एटीसीओटीई) में ही संचालित किया जाता है। प्रशिक्षण अंतर्राष्ट्रीय सिविल विमानन संगठन (आई सी ए ओ) प्रक्रियाओं के आधार पर तैयार किया गया है। हालांकि, विशेष सैन्य विमानन की आवश्यकताओं को प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
बुनियादी वायु यातायात नियंत्रक(बी ए टी सी ओ) कोर्स के दौरान विभिन्न मानक तथा प्रक्रियाओं, बुनियादी सैद्धांतिक ज्ञान के के अलावा, आपको अत्याधुनिक विज़ुअल टावर सिमुलेटर(वीआईटीओएसआईएम) पर प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मौसम विज्ञान अफसरों के लिए उच्च प्रशिक्षण(एटीएमओएस)
यह भा वा से के मौसम विज्ञान के अफसरों, सहयोगी सेवाओं, एच ए एल अफसर और मित्र देशों के अफसरों लिए प्रारंभिक और व्यावसायिक करियर कोर्स संचालित करता है। इन कोर्सों में अफसरों के लिए प्रारंभिक पूर्वानुमान कोर्स (आईएफसी) और व्यावसायिक ज्ञान कोर्स (पी के सी) शामिल हैं। एटीएमओएस में संचालित कोर्स काफी हद तक प्रयोगात्मक प्रकृति का है। कोर्स अफसर कठोर सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण से गुज़रते हैं जो इस विषय पर उनकी समझ को बढ़ाने में मदद करता है। इसका उद्देश्य कोर्स अफसरों की क्षमता विकसित करना है ताकि वे अर्जित ज्ञान का उपयोग अपनी फील्ड यूनिटो में बेहतर पूर्वानुमान के लिए कर सकें। कमीशन प्राप्त होने के बाद अफसर आरंभिक पूर्वानुमान कोर्स (आईएफसी) के लिए एएफ में 12 सप्ताह के कोर्स में शामिल होते हैं।
रजिस्टर
एएफसीएटी पंजीकरण 30 मई 2024
से 28 जून 2024 तक खुले रहेंगे। अपडेट प्राप्त करने के लिए, अपना विवरण नीचे दें।