कोयंबटूर में स्थित वायुसेना प्रशासनिक कॉलेज, भारतीय वायु सेना की सबसे पुरानी प्रशिक्षण स्थापनाओं में से एक है। वायुसेना, नौसेना और सेना के सेवाकालीन अफसरों के साथ-साथ मित्र देशों के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के इसकी स्थापना की गई है।
सेवाकालीन(इन-सर्विस) अफसरों के लिए विभिन्न कोर्स आयोजित किए जाते हैः-
ग्राउंड ड्यूटी(तकनीकी और गैर तकनीकी)
बेसिक एयर स्टाफ कोर्सः अफसर(बीएएससीओ)
इंटरमीडिएट एयर स्टाफ कोर्सः अफसर (आईएससीओ)
मूलभूत व्यावसायिक जानकारी कोर्सः अफसर(बीपीकेसी)
उच्च (एडवांस) व्यावसायिक जानकारी कोर्सःअफसर(एपी केसी)
पैरा लीगल कोर्स
उड़ान प्रशिक्षण स्थापनाएं
भारतीय वायु सेना आपको पायलट के रूप में प्रशिक्षित करने के लिए उड़ान प्रशिक्षण स्थापनाओं को विशेष रूप से स्थापित किया है।
प्रत्येक स्थापना उड़ान के बुनियादी से अधिक जटिल स्तरों तक आपकी प्रगति का प्रतीक है। प्रशिक्षण पूरा होने पर, आपको वायु सेना अकादमी में आयोजित एक संयुक्त स्नातक परेड में अपने विंग्स से सम्मानित किया जाता है। उड़ान प्रशिक्षण स्थापना निम्नलिखित हैः-
वायु सेना अकादमी (डुंडीगल)- संयुक्त सेवा प्रशिक्षण के साथ चरण 0 और 1 उड़ान प्रशिक्षण (प्रत्येक छह माह)
हाकिमपेट (सिकंदराबाद)
परिवहन प्रशिक्षण विंग,येहलंका (बैंगलोर)
बीदर (कर्नाटक),कलाईकुंडा (पश्चिम बंगाल)
इस प्रकार, एएफए में बुनियादी उड़ान प्रशिक्षण (चरण 1 ) और लड़ाकू, परिवहन और हेलीकॉप्टर शाखाओं जैसे तीन भागों में विभाजित करने के बाद एक पायलट को आगे निम्नांकित प्रशिक्षण करना होगाः
चरण II - उन्नत चरण
चरण-III – विशेषज्ञता
फाइटर स्ट्रीम
चरण II -हाकिमपेट-24 सप्ताह
चरण III- बीदर ,कलाईकुंडा -24 सप्ताह
परिवहन स्ट्रीम
चरण II व III –येहलंका -48 सप्ताह
हेलिकाप्टर स्ट्रीम
चरण II - हाकिमपेट-24 सप्ताह
चरण III- येहलंका-24 सप्ताह
रजिस्टर
एएफसीएटी पंजीकरण 30 मई 2024
से 28 जून 2024 तक खुले रहेंगे। अपडेट प्राप्त करने के लिए, अपना विवरण नीचे दें।