- परीक्षा की स्कीम
- लिखित परीक्षा के विषय, अनुमत समय और प्रत्येक विषय के लिए आवंटित अधिकतम अंक निम्नानुसार होंगे:-
विषय | अवधि | अधिकतम अंक |
---|---|---|
गणित | 2 1/2 घंटे | 300 |
सामान्य योगयता टेस्ट | 2 1/2 घंटे | 600 |
कुल | 900 | |
एसएसबी टेस्ट/साक्षात्कार | 900 |
- सभी विषयों के पेपर में केवल बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे । गणित तथा सामान्य योग्यता का भाग ‘ख’ के प्रश्न पत्र (टेस्ट बुकलेट) को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में सेट किया जाएगा।
- जहां भी आवश्यक होगा प्रश्न पत्र में भार और मापन के प्रश्नों में मीट्रिक प्रणाली ही सेट की जाएगी।
- अभ्यर्थी स्वयं प्रश्न पत्रों के जवाब लिखेंगे। किसी भी परिस्थिति में उनके लिखने के लिए स्क्राइब की मदद की अनुमति नहीं होगी।
- परीक्षा के किसी एक अथवा सभी विषयों के लिए अर्हक अंक निर्धारित करने का विवेकाधिकार आयोग के पास है।
- बहुविकल्पीय प्रकार के पेपर (टेक्स्ट बुकलेट) के उत्तर लिखने के लिए अभ्यर्थियों को कैलकुलेटर गणितीय अथवा लॉगरिदमिक सारणी के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। इसलिए ये सामग्री वे परीक्षा हॉल के भीतर न लाएं।
- गणित
- बीजगणित
- समुच्चय की अवधारण, समुच्चयों पर संक्रिया वेन आरेख, द- मारगन नियम, कार्तीय गुणन,संबंध,तुल्यता संबंध वास्तविक संख्याओं का एक रेखा पर निरूपण संमिश्र संख्याएं आधारभूत गुणरधर्म,मापक, कोणांक, ईकाई का धनमूल, संख्याओं की द्विआधारी प्रणाली में परिवर्तन तथा विलोमतः परिवर्तन । अंक गणित ज्यामितीय तथा हरात्मक श्रेणी वास्तविक गुणांकों सहित द्विघात समीकरण +ग्राफों द्वारा दो चरों वाले रैखिक असमिका का हल,क्रमचय तथा संचय द्विपद प्रमेय तथा इसके अनुप्रयोग लघुगणक तथा उनके अनुप्रयोग।
- आव्यूह तथा सारणिका
- आव्यूहों के प्रकार, आव्यूहों पर संक्रिया, आव्यूह के सारणिक, सारणिरों के आधारभूत गुणधर्म, वर्ग आव्यूह के सहखण्डन तथा व्युत्क्रम अनुप्रयोग दो या तीन आघातों के रैखिक समीकरणों के तंत्र का क्रैमर के नियम तथा आव्यूह पद्धति द्वारा हल।
- त्रिकोणमिति
- कोण तथा डिग्रियों तथा रेडियम में उनका मापन, त्रिकोणमिति अनुपात ,त्रिकोणमितीय सर्वसमिका योग तथा अंतर सूत्र, बहुल तथा अपवर्तक,व्युत्क्रम त्रिकोणमितीय फलन, अनुप्रयोग-ऊंचाई तथा दूरी, त्रिकोणों के गुणधर्म
- दो तथा तीन विमाओं की विश्लेषिक ज्यामितिः
- आयतीय कार्तीय निर्देशक पद्धति, दूरी सत्र एक रेखा का विभिन्न प्रकारों में समीकरण, दो रेखाओं के मध्य कोण एक रेखा से एक बिंदु की दूरी, मानक तथा सामान्य प्रकार के वृत्त का समीकरण परवलय, दीर्घवृत्त तथा अतिपरवलय के मानक प्रकार एक शांकव की उत्केंद्रता तथा अक्ष त्रिविम आकाश में बिंदु, दो बिंदुओं के मध्य की दूरी, दिक –का साइन तथा दिक् अनुपात ,समतल तथा रेखआ के विभिन्न प्रकारों के समीकरण रेखाओं के मध्य कोण तथा दो तलों के मध्य कोण, गोले का समीकरण
- अवकल गणितः
- वास्तविक मानफलन की अवधारणा फलन का क्षेत्र,रेंज व ग्राफ, संयुक्त फलन, एककी ,आच्छादक तथा व्युत्क्रम फलन, सीमांत की धारणा, मानक सीमांत – उदाहरण, फलनों के सांतव्य –उदाहरण ,सांतव्य फलनों पर बीच गणितीय संक्रिया, एक बिंदु पर एक फलन का अवकलन एक अवकलन के ज्यामितीय तथा भौतिक निर्वचन-अनुप्रयोग योग के अवकलन, गुणनफल का दूसरे फलन के साथ अवकलन, संयुक्त फलन का अवकलन द्वितीय श्रेणी अवकलन, वर्धमान तथा ह्रास फलन, उच्चिष्ठ तथा अल्पिष्ठ की समस्याओं में अवकलजों का प्रयोग।
- समाकलन गणित तथा अवकलन समीकरणः
- अवकलन के प्रतिलोम के रूप में समाकलन प्रतिस्थापना द्वारा समाकलन तथा खंडशः समाकलन, बीजीय व्यंजकों सहित मानक समाकलन त्रिकोणमितीय,चरघातांकी तथा अतिपरवलयिक फलन विश्वत समाकलनों का मानांकन वव्ररेखाओं द्वारा धिरे समतल क्षेत्रों के क्षेत्रफलों का निर्धआरण अनुप्रयोग।
- अवकलन समीकरण की डिग्री तथा कोटि की परिभाषा उदाहरण ; उदाहरणों द्वारा अवकलन समीकरण की रचना। अवकलन समीकरण का सामान्य तथा विशेष हल। विभिन्न प्रकार के प्रथम कोटि तथा प्रथम डिग्री अवकलन समीकरणों का हल-उदाहरण।वृद्धि तथा क्षय की समस्याओं में अनुप्रयोग।
- सदिश बीजगणितः
- दो तथा तीन विभाओं में अदिश, सदिश का परिणाम तथा दिशा,ईकाई तथा शून्य सदिश का अदिश गुणन दो सदिशों का अदिश गुणनफल या क्रास गुणनफल, अनुप्रयोग बल तथा बल के आधूर्ण तथा किया गया कार्य तथा ज्यामितीय समस्याओं में अनुप्रयोग।
- सांख्यिकी तथा प्रायिकता
- आंकड़ो का वर्गीकरण बारंबारता-बंटन, संचयी बारंबारता-बंटन-उदाहरण, ग्राफीय निरूपण- आयात चित्र, पाई चार्ट बारंबारता बहुभुज- उदाहरण केंद्रीय प्रवृत्ति का मापन,माध्य माध्यमिक तश बहुलक। प्रसरण तथा मानक विचलन- निर्धारण तथा तुलना सहसंबंध तथा समाश्रयण।
- प्रायिकता यादृच्धिक प्रयोग, परिणाम तथा सहचारी प्रतिदर्श समष्टि घटना, परस्पर परवर्जित तथा विशेष घटनाएं –असंभव तथा निश्चित घटनाएं घटनाओं का सम्मिलन तथा सर्वनिष्ठ,पूरक,प्रारंभिक तथा संयुक्त घटनाएं।
- प्रायिकतापरक प्रारंभिक प्रमेय साधारण प्रश्न। प्रतिदर्श समाविष्ट पर फलन के रूप में यादृच्छिक चर द्वि-आधारी बंटन, द्वि-आधारी बंटन को उत्पन्न करने वाले यादृच्छिक प्रयोगों के उदाहरण।
- सामान्य योग्यता परीक्षण
- भाग (क) अंग्रेजी
- अंग्रेजी का प्रश्नपत्र इस प्रकार का होगा जिससे उम्मीदवार की अंग्रेजी की समझ और शब्दों के कुशल प्रयोग का परीक्षण हो सके। पाठ्यक्रम में विभिन्न पहलू समाहित है जैसे व्याकरण और प्रयोग विधि, शब्दावली तथा अंग्रेजी में उम्मीदवार की प्रवीणता की परख हेतु विस्तारित परिच्छेद की बोधगम्यता तथा सूबद्धता ।
- भाग (ख) सामान्य ज्ञान
- सामान्य ज्ञान के प्रश्न-पत्रों में मुख्य रूप से भौतिकी,रसायन शास्त्र, सामान्य विज्ञान , सामाजिक अध्ययन, भूगोल तथा सामायिक विषय आएंगे।
- इस प्रश्न-पत्र में शामिल किए गए विषयों का क्षेत्र निम्न पाठ्य-विवरण पर आधारित होगा। उल्लिखित विषयों को सखांग पूर्ण नहीं मान लेना चाहिए तथा इसी प्रकार के ऐसे विषयों पर भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं जिनका इस पाठ्य विवरण में उल्लेख नहीं किया गया है। उम्मीदवार के उत्तरों में विषयों को बोधगम्य ढंग से समझने की मेधा और ज्ञान का पता चलना चाहिए।
- खण्ड – (क) भौतिकी
- द्रव्य के भौतिक गुण तथा स्थितियां,सहित, भार ,आयतन, घनत्व तथा विशिष्ट घनत्व आर्कमिडिज़ का सिद्धांत,वायुदाब मापी बिंब की गति,वेग और त्वरण, न्यूटन के गति नियम,बल और संवेग,बल समात्तर चतुर्भुज,पिण्ड का स्थायित्व और संतुलन,गुरुत्वाकर्षण,कार्य, शक्ति और ऊर्जा का प्रारंभिक ज्ञान। ऊष्मा का प्रभाव, तापमान का माप और ऊष्मा का प्रभाव ,तापमान का माप और ऊष्मा का प्रभाव,तापमान का माप और ऊष्मा, स्थिति परिवर्तन और गुप्त ऊष्मा, ऊष्मा अभिगमन की विधियां। ध्वनि तरंग और उनक् गुण-धर्म, सरल वाद्य यंत्र, प्रकाश ऋतुरेखीय चरण, परावर्तन और अपवर्तन, गोलीय दर्पण और ले-सेज, मानव नेत्र, प्राकृतिक तथा कृत्रिम चुंबक, चुंबक के गुण धर्म। पृथ्वी चुंबक के रूप में स्थैतिक तथा धारा विद्युत। चालक और अचालक , ओहम नियम, साधारण विद्युत परिपथ। धारा के मापन,प्रकाश, वैद्युम शक्ति का माप। प्राथमिक और गौण सेल। एक्स-रे के उपयोग। निम्नलिखित के कार्य संचालन के सिद्धांतः सरल लोलक, सरल धिरनी, साइफन, उत्तोलक, गुब्बारा, पंप, हाईड्रोमीटर,प्रेशर , कुकर , थर्मस फ्लास्क , ग्रामोफोन, टेलीग्राफ, टेलीफोन, परिस्कोप, टेलिस्कोप, माइक्रोस्कोप, नाविक दिक्सूचक, तडित चालक, सुरक्षा फ्यूज।
- खण्ड-(ख) रसायन शास्त्र
- भौतिक तथा रासायनिक परिवर्तन तत्व मिश्रण तथा यौगिक, प्रतीक सूल और सरल रासायनिक समीकरण रासायनिक संयोग के नियम (समस्याओं का छोड़कर) वायु तथा जल के रासायनिक गुणधर्म, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा कार्बन डाई-ऑक्साइड की रचना और गुण धर्म, ऑक्सीकरण और अपचयन। अम्ल,क्षारक और लवण।
- उर्वरक-प्रारंभिक और कृत्रिम।
- साबुन, कांच, स्याही, कागज, सीमेंट पेट,दियासलाई और गनपाउडर जैसे पदार्थ को तैयार करने के लिए आवश्यक सामग्री।
- परमाणु की रचना परमाणु तुल्यमान और अणुभार संयोजकता का प्रारंभिक ज्ञान।
- खण्ड (ग) सामान्य विज्ञान
- जड़ और चेतन में अंतर।
- जीव कोशिकाओं,जीव दृव्य और ऊत्तकों का आभार वनस्पति और प्राणियों में वृद्धि और जनन। मानव शरीर और उसके महत्वपूर्ण अंगो का प्रारंभिक ज्ञान। सामान्य महामारियों और उनके कारण तथा रोकने के उपाय।
- खाद्य-मनुष्य के लिए ऊर्जा का स्त्रोत,खाद्य के अवयव, संतुलित आहार, सौर परिवार, उत्का और धूमकेतु, ग्रहण प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों की उपलब्धियां।
- खण्ड –(घ) इतिहास, स्वतंत्रता आंदोलन आदि
- भारतीय इतिहास का मोटे तौर पर सर्वेक्षण तथा संस्कृत और सभ्यता की विशेष जानकारी भारत में स्वतंत्रता आंदोलन , भारतीय संविधान और प्रशासन का प्रारंभिक अध्ययन। भारत की पंचवर्षीय योजनाओं, पंचवर्षीय योजनाओं, पंचायती राज, सहकारी समितियां और सामुदायिक विकास की प्रारंभिक जानकारी। भूदान, सर्वोदय, राष्ट्रीय एकता और कल्याणकारी राज्य। महात्मा गांधी के मूल उपदेश आधुनिक विश्व निर्माण करने वाली शक्तियां, पुनर्जागरण, अन्वेषण और क्रांति ,औद्योगिक क्रांति, समाज पर विज्ञान और औद्योगिक का प्रभाव । एक विश्व में भारत का योगदान।
- खण्ड- (च) भूगोल
- पृथ्वी, इसकी आकृति और आकार, अक्षांश और रेखांश, समय संकल्पना, अंतर्राष्ट्रीय तारीख रेखा पृथ्वी की गतियां और उसके प्रभाव, पृथ्वी का उद्धव ,चट्टानें और उनका वर्गीकरण, अपक्षय –यांत्रिक और रासायनिक, भूचाल तथा ज्वालामुखी महासागर धाराएं और ज्वाभाटे। वायुमण्डल और इसका संगठन, तापमान और वायुमण्डलीय दाब। भूमण्डलीय पवन, चक्रवात और प्रति चक्रवात,आर्दता द्रव्यण और घर्षण। जलवायु के प्रकार विश्व के प्रमुख प्राकृतिक क्षेत्र, भारत का क्षेत्रीय भूगोल-जलवायु,प्राकृतिक वनस्पति, खनिज और शक्ति संसाधन,कृषि और औद्योगिक कार्यकलाप के समुद्र पवन,मुख्यसमुद्री ,भू और वायु मार्ग-भारत के आयात और निर्यात की मुख्य मदें।
- खण्ड-(छ) सम-सामयिक घटनाएं
- सामयिक हाल ही के वर्षों में भारत में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी महत्वपूर्ण विश्व घटनाएं महत्वपूर्ण व्यक्ति- भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय, इनमें सांस्कृतिक कार्यकलापों और खेल कूद से संबंधित महत्वपूर्ण व्यक्ति भी शामिल हैं।
- टिप्पणीः इस प्रश्न पत्र में भाग (ख) में नियत अधिकतम अंको में सामान्यतः खण्ड क,ख,ग ,घ,च,छ,ड़ तथा च प्रश्नों के क्रमशः लगभग 25%,15%,10%,20%,20% तथा 10% अंक होंगे।
- एस एस बी प्रक्रिया के अंतर्गत चयन प्रक्रिया के दो चरण होते हैः चरण-I और चरण-II । चरण –II मे केवल उन्हीं उम्मीदवारों को सम्मिलित होने की अनुमति दी जाती है जो चरण-I में सफल होते हैं इसका विवरण इस प्रकार हैः
- चरण-I के अंतर्गत अफसर की बुद्धिमता रेटिंग (ओ आई आर) परीक्षण , चित्र बोध (पिक्चर परसेप्शन) & विवरण परीक्षण (पीपी तथा डीटी) शामिल होते है। उम्मीदवारों के ओ आई आर परीक्षण तथा पी पी & डी टी में उनके संयुक्त प्रदर्शन के आधार पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
- चरण-II के अंतर्गत साक्षात्कार, ग्रुप टेस्टिंग अफसर टास्क, मनोविज्ञान परीक्षण तथा कांफ्रेंस शामिल होता है । इन परीक्षणों को 4 दिनों में पूरा किया जाता है।
- उम्मीदवारों के व्यक्तित्व का मूल्यांकन तीन अलग- अलग मूल्यांकन तीन अलग-अलग मूल्यांकन कर्ताओं अर्थात साक्षात्कार करने वाले अफसर (आई ओ) ग्रुप टेस्टिंग अफसर (जी टी ओ) तथा मनोवैज्ञानिक द्वारा किया जाता है। प्रत्येक परीक्षण के लिए अलग-अलग महत्व /अधिभार नहीं होता है। सभी परीक्षणों में उम्मीदवारों द्वारा समस्त प्रदर्शन पर विचार करने के बाद ही मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा अंक प्रदान किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त कांफ्रेंस के अंक भी तीनों तकनीकों एवं बोर्ड के निर्णय में उम्मीदवार के आरंभिक प्रदर्शन के आधार पर ही दिए जाते हैं। इन सबका समान महत्व है।
- आई ओ, जी टी ओ तथा मनोवैज्ञानिक के विभिन्न परीक्षणों को अफसर की चैतन्यता /अन्यमनस्कता प्रकट करने के लिए डिजाइन किया गया है जैसे उम्मीदवार के गुण एवं उसकी प्रशिक्षण क्षमता /तदनुसार एस एस बी में उम्मीदवारों को अनुमोदित अथवा गैर अनुमोदित किया जाता है।
- खण्ड-(छ) सम-सामयिक घटनाएं
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