- परीक्षा की स्कीम
- प्रतियोगी परीक्षा में निम्न शामिल हैः
- लिखित परीक्षा
- बुद्धि तथा व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार
- लिखित परीक्षा के विषय, अनुमेय अवधि एवं प्रत्येक विषय के लिए आंबटित अधिकतम अंक इस प्रकार हैः-
विषय | अवधि | अधिकतम अंक |
अंग्रेजी | 2 घंटे | 100 |
सामान्य ज्ञान | 2 घंटे | 100 |
प्रारंभिक गणित | 2 घंटे | 100 |
- लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार के लिए प्रत्येक कोर्स के अधिकतम आबंटित अंक समान होंगे अर्थात् लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार के लिए अधिकतम आबंटित अंक प्रत्येक प्रवेश के लिए क्रमशः भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी, वायुसेना अकादमी तथा अफसर प्रशिक्षण अकादमी के लिए 300, 300 तथा 200 होंगे।
- सभी विषयों के पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रकार के ही प्रश्न होंगे। सामान्य ज्ञान तथा प्रांरभिक गणित के प्रश्न पत्रों (टेस्ट बुकलेट) को हिंदी तथा अंग्रेजी द्विभाषी सेट किए जाएंगे।
- जहां भी जरूरी हो प्रश्न पत्रों में भार और मापन से जुड़े प्रश्नों में मीट्रिक प्रणाली में ही प्रश्न सेट किए जाएंगे।
- उम्मीदवारों के प्रश्नों के उत्तर स्वयं देने होंगे।किसी भी परिस्थिति में उनके के उत्तर लिखित के लिए स्क्राइब की सहायता की अनुमति नहीं होगी।
- किसी एक विषय या परीक्षा की समस्त विषयों के अर्हक अंक निर्धारित करने का विवेकाधिकार आयोग के पास है।
- उम्मीदवारों को वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों के उत्तर के लिए कैलकुलेटर प्रयोग की अनुमति नहीं है। इसीलिए उन्हें परीक्षा हाल में इसे नहीं लाना चाहिए।
- स्तर तथा परीक्षा पाठ्यक्रम का स्तर
- प्रारंभिक गणित के प्रश्नपत्रों का स्तर मेट्रिकुलेशन परीक्षा का होगा,अन्य विषयों में प्रश्नपत्रों का स्तर लगभग वही होगा जिसकी किसी भारतीय विश्वविद्यालय के स्नातक से अपेक्षा की जा सकती है।
- अंग्रेजी (कोड संख्या 01)
- प्रश्नपत्र इस प्रकार का होगा कि जिससे उम्मीदवार की अंग्रेजी और अंग्रेजी के शब्दों के बोध की परीक्षा जा सके।
- सामान्य ज्ञान(कोड संख्या 02)
- सामान्य ज्ञान तथा साथ में समसामयिक घटनाओं और दिन प्रतिदिन देखे और अनुभव किए जाने वाले इसी तरह के मामले के वैज्ञानिक पक्ष की जानकारी जिसकी किसी ऐसे शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने किसी वैज्ञानिक विषय का विशेष अध्ययन किया हो। प्रश्नपत्र में भारत के इतिहास और भूगोल से संबंधित ऐसे प्रश्न भी होंगे जिनका उत्तर उम्मीदवारों को उन विषयों का विशेष अध्ययन किए बिना देना संभव होगा।
- प्रारंभिक गणित (कोड संख्या-03) अंकगणितः-
- संख्या पद्धति- घनपूर्ण, संख्याएं, पूर्णांक, परिमेय, और वास्तविक संक्रियाएं, मूल संक्रियाएं-जोड़, घटनाएं, गुणन और विभाजन ,वर्गमूल ,दशमलव भिन्न। एकिक विधि समय तथा दूरी , समय तथा कार्य , प्रतिशतता, साधारण तथा चक्रवृद्धि ब्याज में अनुप्रयोग, लाभ और हानि, अनुपात और समानुपात विवरण।
- प्रारंभिक संख्या सिद्धांत- विभाजन की कलन विधि , अभाज्य और माज्य संख्याएं, 2,3,4,5,9,11 द्वारा विभाज्यता के परीक्षण अपवर्त्य और गुणनखंड/गुणनखंडन प्रमेय, महत्तम समापवर्त्य और लघुत्तम समापवर्त्य,युक्लिड की कलन विधि। आधार 10 तक लघुगणक, लघुगणक के नियम, लघुगणकीय सारणियों का प्रयोग।
- बीजगणित
- आधारभूत संक्रियाएं साधारण गुणनखंड, शेषफल प्रमेय, बहुपदों का महत्तम समापवर्तक और लघुत्तम समापर्वक सिद्धांत, द्विघात समीकरणों का हल, इसके मूलों और गुणकों के बीच संबंध (केवल वास्तविक मूल पर विचार किया जाए),दो अज्ञात राशियों के युगपद रैखिक समीकरण विश्लेषण और ग्राफ संबंधी हल, दो चरों में युगपद रैखिक असिमिकाएं बनती है या एक चर में द्विघात समीकरण तथा हल समुच्चय भाषा तथा समुच्चय अंकन पद्धति, परिमेय व्यंजक तथा प्रतिबंध तत्समक घतोक नियम।
- त्रिकोणमितीः-
- ज्या ×, कोटिज्या ×, स्पर्शरेखा ×, जब 0° ≤ × ≥ 90° कोटिज्या, स्पर्शरेखा × का मान जबकि ×= 0°, 30°, 45°60° and 90°
- सरल त्रिकोणमिति सारणियों का प्रयोग।
- ऊंचाइयों और दूरियों के सरल कोण।
- ज्यामिति
- रेखा और कोण, समतल और समतल आकृतिः निम्नलिखित पर प्रमेय- (i) किसी बिंदु पर कोणों के गुणधर्म , (ii) समांतर रेखाएं, (iii) किसी त्रिभुज की भुजाएं और कोण, (iv) त्रिभुज की सर्वांगसमता, (v) समरूप त्रिभुज, (vi)माध्यिकाओं और शीर्षलंबों का संगमन, (vii) समांतर चतुर्भुजों आयत और वर्ग के कोणों,भुजाओं के विकल्पों के गुणधर्म, (viii) वृत्त और उनके गुणधर्म जिसमें स्पर्शरेखा तथा अभिलंब भी शामिल है, (ix) स्थानिल संयक
- विस्तार कलन
- वर्गों आयतों, समानांतर चतुर्भुजों, त्रिभुजों और वृत्तों के क्षेत्रफल जो इन आकृतियों में विभाजित की जा सकती है। घनभों का पृष्ठीय क्षेत्रफलों तथा आयतन, लंब ,वृत्तीय शंकुओं और बेलनों का पार्श्व पृष्ठ तथा आयतन/गोलकों का पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन।
- सांख्यिकी
- सांख्यिकी तथ्यों का संगृह तथा सारणियन, आरेखी निरूपण, बारंबारता, बहुभुज आयत, चित्र शलाका चार्ट,पाई चार्ट आदि केंद्रीय प्रवृत्ति के माप रेखाओं के बीच कोण।
- बुद्धि एवं व्यक्तित्व परीक्षण
- एस एस बी प्रक्रिया के अंतर्गत चयन प्रक्रिया के दो चरण होते हैः चरण-1 तथा चरण-II । चरण-II में केवल उन्हीं उम्मीदवारों को सम्मिलित होने की अनुमति दी जाती है जो चरण-I में सफल होते हैः इसका विवरण इस प्रकार हैः
- चरण-I के अंतर्गत अफसर की बुद्धिमता रेटिंग (ओ आई आर) परीक्षण, चित्र बोध (पिक्चर परसेप्शन) & विवरण परीक्षण (पीपी तथा डी टी) शामिल होते हैं। उम्मीदवारों के ओ आई आर परीक्षण तथा पीपी एवं डी टी में उनके संयुक्त प्रदर्शन के आधार पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
- चरण –II के अंतर्गत साक्षात्कार, ग्रुप टेस्टिंग अफसर टास्क, मनोविज्ञान परीक्षण तथा कांफ्रेंस शामिल होता है। इन परीक्षणों को 4 दिनों में पूरा किया जाता है। इन परीक्षणों का विवरण joinindianarmy.nic.in वेबसाइट पर दिया गया है।
- उम्मीदवार के व्यक्तित्व का मूल्यांकन तीन अलग-अलग मूल्यांकनकर्ताओं अर्थात् साक्षात्कार करने वाले अफसर (आई ओ) ग्रुप टेस्टिंग अफसर (जी टी ओ) तथा मनोवैज्ञानिक द्वारा किया जाता है। प्रत्येक परीक्षण के लिए अलग-अलग महत्व नहीं होता है। सभी परीक्षणों में उम्मीदवार द्वारा समस्त प्रदर्शन पर विचार करने के बाद ही मूल्यांकन कर्ताओं द्वारा अंक प्रदान किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त कांफ्रेस के अंक भी तीनों तकनीकों एवं बोर्ड के निर्णय में उम्मीदवार के आरंभिक प्रदर्शन के आधार पर ही दिए जाते जाते हैं। इन सबका समान महत्व है।
- आई ओ,जी टी ओ तथा मनोवैज्ञानिक के विभिन्न परीक्षणों को अफसर की चैतन्यता / अन्यमनस्कता प्रकट करने के लिए डिजाइन किया गया है जैसे उम्मीदवार के गुण एवं उसकी प्रशिक्षण क्षमता तदनुसार एस एस बी में उम्मीदवारों को अनुमोदित अथवा गैर अनुमोदित किया जाता है।
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